आरिफ रविश ने जब पढा इमामे हुसैन का नोहा आँखे हुई नम
आरिफ रविश ने जब पढा इमामे हुसैन का नोहा आँखे हुई नम

आरिफ रविश ने जब पढा इमामे हुसैन का नोहा आँखे हुई नम
शोहदा ए कर्बला के सोयम के मौके पर शब बेदारी का आयोजन किया गया। जिसमें बाहर से तशरीफ लाईं आधा दर्जन अंजुमनों ने नोहाख्वानी और सीनाज़नी की।
उमेश गुप्ता जी न्यूज़ इंडिया जिला संवाददाता संभल
सम्भल। नगर के मोहल्ला चौधरी सराय स्थित हसन पब्लिक स्कूल में एक मजलिस का आयोजन किया गया। जिसमें मर्सियाख्वानी सय्यद रहबर हुसैन और उनके साथियों ने की। जिसका संचालन सय्यद काजी मोहम्मद नाज़िम ने किया। मजलिस को खिताब फरमाते हुए मौलाना सय्यद सलमान रज़ा नकवी ने कहा कि कर्बला हर इंसान को इज्जत के साथ जीने का सबक देती है। जालिम चाहे कितना भी ताकतवर क्यों न हो, एक अच्छा इंसान जालिम के जुल्म को बर्दाश्त नहीं कर सकता। मजलिस के बाद नोहाख्वानी और सीनाज़नी का दौर प्रारंभ हुआ। जिसमें सर्वप्रथम अंजुमन फ़रोगे अज़ा नूरियो सराय, अंजुमन सिपाहे हुसैनी सुल्तानपुर, अंजुमन परवाना ए अज़ा शिकारपुर, अंजुमन हैदरी साकनी, अंजुमन दास्ता ए अब्बासिया जलीलपुर, अंजुमन गोहर ए अज़ा सिरसी ने नौहाख्वानी की तथा अन्जुमनों ने सीनाज़नी की। इस मौके पर सय्यद मोहसिन, सय्यद शान अली, गुलशन रज़ा, मिरसम, शाने रज़ा, मुताबिर, वसीम, शमीम, दानिश अली, कासिम अली, बबलू, शान, शाहनवाज़, गय्यूर अब्बास, गाज़ी अब्बास, वसी हैदर, मोहम्मद अब्बास, शजर अब्बास, अकरम, डॉ आबिद हैदरी, मौलाना अज़हर, इरम, आदि शामिल रहे।










