पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगों की आत्म शांति के लिए कावड़ यात्रा पर निकली युवाओं की टोली
पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगों की आत्म शांति के लिए कावड़ यात्रा पर निकली युवाओं की टोली

पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगों की आत्म शांति के लिए कावड़ यात्रा पर निकली युवाओं की टोली
मुजफ्फरनगर: श्रावण मास की पवित्र कावड़ यात्रा इन दिनों पूरे देश में आस्था और भक्ति के रंग में रंगी नजर आ रही है। लेकिन इस बार कांवड़ यात्रा में सिर्फ भक्ति ही नहीं, एक संदेश भी देखने को मिल रहा है।
मेरठ से निकली शिव भक्तों की एक टोली जम्मू-कश्मीर के पहल गांव में हाल ही में हुई आतंकी घटना के खिलाफ विरोध दर्ज करा रही है। ये टोली 151 लीटर गंगाजल से भरे कलश के साथ यात्रा कर रही है। उनका कहना है कि ये कांवड़ केवल भोलेनाथ को अर्पित करने के लिए नहीं, बल्कि पहल गांव में मारे गए निर्दोष पर्यटकों की आत्मा की शांति के लिए भी समर्पित है।
कांवड़ यात्रा में इस तरह के सामाजिक और राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर उठाया गया कदम न केवल श्रद्धालुओं की भावना को दर्शाता है, बल्कि देश के प्रति उनके समर्पण को भी दर्शाता है ।
श्रावण मास की कांवड़ यात्रा में इस बार भक्ति के साथ एक संदेश भी जुड़ गया है
मेरठ के शिव भक्तों की ये टोली अपने हाथों में लिए 151 लीटर का विशाल गंगाजल कलश…
सिर्फ भोलेनाथ को अर्पित करने नहीं निकली, बल्कि एक श्रद्धांजलि लेकर चल रही है…
ये श्रद्धांजलि है जम्मू-कश्मीर के पहल गांव में हुई आतंकी घटना में मारे गए निर्दोष इपर्यटकों के लिए…
शिव भक्तों का कहना है – “हम गंगाजल से भोलेनाथ को शांत करेंगे… और उन आत्माओं को भी शांति देंगे, जो आतंक की चपेट में आकर इस दुनिया से रुखसत हो गईं.
कि आस्था सिर्फ मंदिरों तक सीमित नहीं, ये हर दर्द, हर अन्याय के खिलाफ आवाज भी बन सकती है।
इस टोली की कांवड़ यात्रा अब श्रद्धा का नहीं, राष्ट्रभक्ति और श्रद्धांजलि का प्रतीक बन चुकी है।










